ये ज़िंदगी
क्या है ये ज़िंदगी?
बहुत ही अलग क़िस्म की चीज़ है ये ज़िंदगी
एक अनमोल-सा तोहफ़ा है ये ज़िंदगी
जीने का मतलब है ये ज़िंदगी
प्यार का मतलब है ये ज़िंदगी
मुस्कुराने का मतलब है ये ज़िंदगी
खुशियाँ बाँटने का मतलब है ये ज़िंदगी
क्या पता, किसे पता
कितने पल, कितने साल
हम बने रहेंगे इस ज़िंदगी का हिस्सा
ये बात में है एक क़िस्सा
जिसने ज़िंदगी का अर्थ समझा
उसने ही ज़िंदगी का महत्त्व सीखा
हम, तुम, कब तक रहेंगे इस ज़िंदगी से जुड़े
क्यों न ये पल हम आज़ाद पंछियों जैसे उड़े
क्योंकि, क्या पता, किसे पता
कल हो या न हो
आओ, आज हम खुलके जीते हैं ये ज़िंदगी के दो पल
कौन जाने, हम रहेंगे क्या शायद ज़िंदा कल
क्योंकि
बहुत ही अलग क़िस्म की चीज़ है ये ज़िंदगी
एक अनमोल-सा तोहफ़ा है ये ज़िंदगी
जो ईश्वर ने हम सभी को दिया है
और वक्त हो जाने पर वापस लिया है
कवि - रोनक सावंत
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"Yeh
Zindagi"
Yeh zindagi
Kya hai yeh zindagi?
Bahut hi alag kism ki cheez hai yeh zindagi
Ek anmol-sa tohfa hai yeh zindagi
Jeene ka matlab hai yeh zindagi
Pyaar ka matlab hai yeh zindagi
Muskurane ka matlab hai yeh zindagi
Khushiyan baatne ka matlab hai yeh zindagi
Kya pata, kise pata
Kitne pal, kitne saal
Hum bane rahenge iss zindagi ka hissa
Yeh baat mein hai ek kissa
Jisne zindagi ka arth samjha
Usne hi zindagi ka mahatva seekha
Hum, tum, kab tak rahenge iss zindagi se jude
Kyon na yeh pal hum aazaad panchiyon jaise ude
Kyonki, kya pata, kise pata
Kal ho ya na ho
Aao, aaj hum khulke jeete hain yeh zindagi ke do
pal
Kaun jaane, hum rahenge kya shayad zinda kal
Kyonki
Bahut hi alag kism ki cheez hai yeh zindagi
Ek anmol-sa tohfa hai yeh zindagi
Jo Ishwar ne hum sabhi ko diya hai
Aur waqt ho jaane par wapas liya hai
Poet - Ronak Sawant